IREM Rule No.319: Seniority On Promotion To Non-Selection Posts/अचयन पदों पर पदोन्नति होने पर वरिष्ठता

318. (a) Promotion to non-selection posts shall be on the basis of seniority-cum-suitability, suitability being judged by the authority competent to fill the post, by oral and/or written test or a departmental examination or a Trade Test or by scrutiny of record of service as considered necessary. The only exception to this would be in cases where for administrative convenience, which should be recorded in writing, the competent authority considers it necessary to appoint a railway servant other than the senior most suitable railway servant to officiate purely in ad hoc capacity in a short term vacancy not exceeding two months as a rule and four months in any case. This will, however, not give the junior railway servant any advantage not otherwise due to him and will not confer on him any right to continue in that post in preference to his senior who are found suitable. A railway servant, once promoted in his turn after being found suitable against a vacancy, which is non-fortuitous, should be considered as senior in that grade to all others who are subsequently promoted after being found suitable. The suitability of a railway servant for promotion should be judged on the date of the vacancy in the higher grade, or as close to it as possible.

चयन पदों पर पदोन्नति, वरिष्ठता तथा उपयुक्तता के आधार पर होगी, उपयुक्तता की जांच पद को भरने वाले सक्षम प्राधिकारी द्वारा, मौखिक और/या लिखित परीक्षा या विभागीय परीक्षा या व्यावसायिक परीक्षण या सेवा रिकॉर्ड की समीक्षा जैसा भी आवश्यक समझा जाए, के आधार पर की जाएगी । इसका अपवाद केवल वे मामले होंगे जहां प्रशासनिक सुविधा जिसे लिखित रूप में रिकॉर्ड किया जाएगा, को ध्यान में रखते हुए सक्षम प्राधिकारी, वरिष्ठतम उपयुक्त रेल कर्मचारी को छोड़कर किसी अन्य रेल कर्मचारी को विशुद्धत: तदर्थ आधार पर स्थानापन्न रूप में अल्पावधि के रिक्ति के लिए जो नियमत: दो महीने और किसी भी स्थिति में चार महीने से अधिक न हो, नियुक्त करना आवश्यक समझे तथापि इससे कनिष्ठ रेल कर्मचारी को कोई ऐसा लाभ नहीं मिलेगा जो उसको अन्यत्र ना मिलता हो और न ही उसे अपने वरिष्ठों की अपेक्षा जो उपयुक्त पाए जाएं उसी पद पर बने रहने का कोई अधिकार प्राप्त होगा । यदि एक रेल कर्मचारी की उसकी बारी पर उपयुक्त पाए जाने पर एक बार किसी ऐसी रिक्ति में पदोन्नति हो जाए जो आकस्मिक ना हो तो उसे उस ग्रेड में उन सबसे वरिष्ठ माना जाए जिनकी पदोन्नति उनके उपयुक्त पाए जाने पर बाद में हुई हो । पदोन्नति के लिए रेल कर्मचारी की उपयुक्तता उच्च ग्रेड में रिक्त होने की तारीख को या उसके यथासंभव नजदीकी तारीख को जाँची जानी चाहिए ।

(b) An employee who qualifies in an earlier test and gets promoted in a non-fortuitous vacancy but reverts to the lower grade before a subsequent test is held will rank senior to all others who qualify in the subsequent test. Those who have either officiated in fortuitous vacancies or did not officiate at all will not be given any protection for seniority of subsequent promotion.

यदि कोई कर्मचारी पिछले परीक्षा में अर्हता प्राप्त करने के बाद ऐसी रिक्ति में पदोन्नति प्राप्त कर ले जो आकस्मिक ना हो, लेकिन बाद का परीक्षण होने के पहले निम्न ग्रेड में प्रतिवर्तित हो जाए, तो वह उन सबसे वरिष्ठ होगा जो बाद के परीक्षण में अर्हता प्राप्त करेंगे । ऐसे कर्मचारियों को जिन्होंने आकस्मिक रिक्त स्थानों में स्थानापन्न रूप में कार्य किया हो या स्थानापन्न रूप में कार्य ही न किया हो, बाद में पदोन्नति होने पर वरिष्ठता के संबंध में किसी प्रकार का संरक्षण नहीं दिया जाएगा।

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